रिपोर्ट: सत्य प्रकाश तिवारी
न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी बकरीद (7 जून), गंगा दशहरा (5 जून) और जगन्नाथ रथ यात्रा (24 जून) को लेकर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरे प्रदेश में प्रशासन और पुलिस को सतर्क और सक्रिय रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने मंगलवार को सभी जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों, मंडलायुक्तों, पुलिस आयुक्तों, एसएसपी/एसपी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की और स्पष्ट संदेश दिया कि "जनहित सर्वोपरि" शासन का मूल मंत्र है।
सड़क पर नमाज़ की अनुमति नहीं
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि बकरीद की नमाज़ केवल परंपरागत स्थलों पर ही अदा की जाए। सड़कों, गलियों या सार्वजनिक मार्गों को अवरुद्ध करके नमाज़ की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि आस्था का सम्मान हो, लेकिन नई परंपराओं को बढ़ावा न दिया जाए।
कुर्बानी केवल चिन्हित स्थानों पर, प्रतिबंधित पशु पूरी तरह वर्जित
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बकरीद पर कुर्बानी केवल पूर्व निर्धारित और चिन्हित स्थलों पर ही दी जाए। किसी भी स्थिति में सार्वजनिक स्थानों या नए स्थलों पर कुर्बानी की अनुमति नहीं होगी।
इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि "प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी पूर्णतः वर्जित रहेगी।" अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि इस पर सख्ती से नजर रखी जाए और कानून का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई हो।
कुर्बानी के बाद सफाई की पुख्ता व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कुर्बानी के बाद उत्पन्न अपशिष्ट (waste) के निस्तारण की पहले से योजना बनाई जाए ताकि किसी तरह की गंदगी या संक्रमण की स्थिति उत्पन्न न हो।
अराजक तत्वों पर कड़ी नजर, FIR का इंतजार नहीं
योगी ने प्रशासन और पुलिस को संदिग्ध और अराजक तत्वों की सूची पहले से तैयार रखने को कहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि पुलिस किसी विवाद की स्थिति में FIR की प्रतीक्षा न करे, बल्कि तुरंत आवश्यक कार्रवाई करें।
पूर्व वर्षों के रिकॉर्ड के आधार पर संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के आदेश दिए गए हैं।
पुलिस को अभूतपूर्व अधिकार
CM योगी ने कहा कि छोटे विवादों की अनदेखी भविष्य में बड़े तनाव का कारण बन सकती है, इसलिए हर स्तर पर संवाद, सजगता और सतर्कता जरूरी है। उन्होंने पुलिस को आदेश दिया है कि जनपद स्तर पर घटनाओं से पहले ही नियंत्रण किया जाए और संदिग्धों को चिह्नित कर प्रिवेंटिव एक्शन (निषेधात्मक कार्रवाई) की जाए।
यातायात व्यवस्था और सड़क सुरक्षा पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने सड़क हादसों पर चिंता जताई और कहा कि अवैध बस/ऑटो स्टैंड तत्काल हटाए जाएं और रोड इंजीनियरिंग, साइनेज, स्पीड ब्रेकर आदि की समीक्षा कर सुधार किया जाए। यातायात नियमों की अनदेखी पर कठोर कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए।
नदी पुनरोद्धार और पर्यावरण संरक्षण पर भी फोकस
योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि इस वर्ष का पौधरोपण अभियान 'नदी पुनर्जीवन' से जोड़ा जाए। उन्होंने जालौन में नून नदी के पुनर्जीवन मॉडल को उदाहरण बताते हुए कहा कि हर जिले में नदियों के संरक्षण और पुनरुद्धार की दिशा में कार्य किया जाए।
जनसुनवाई और प्रदर्शन पर समीक्षा
मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में जनसुनवाई प्रणाली की रैंकिंग जारी की। अच्छा प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों की सराहना की गई, जबकि अपेक्षा से कम प्रदर्शन करने वालों को सख्त चेतावनी दी गई।
बकरीद और अन्य आगामी पर्वों के दौरान प्रदेश में शांति, सुरक्षा और सौहार्द बनाए रखना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। योगी सरकार ने प्रशासन और पुलिस को कानून तोड़ने वालों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई का अधिकार देकर यह स्पष्ट कर दिया है कि अराजकता और असामाजिक गतिविधियों के लिए उत्तर प्रदेश में कोई जगह नहीं है।