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Deoria News: देवारिया की बेटी सृष्टि सिंह बनी भारतीय सेना की लेफ्टिनेंट, भाई अनुभव भी ले रहे सैन्य प्रशिक्षण — पूरे परिवार को गर्व का क्षण



न्यूज डेस्क: देवरिया जनपद का नाम एक बार फिर पूरे देश में रोशन हुआ है। जिले के लार ब्लॉक के ग्राम रामनगर की बेटी सृष्टि सिंह ने भारतीय सेना में शामिल होकर लेफ्टिनेंट का पद हासिल किया है। यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है। सृष्टि सिंह ने अपनी लगन, मेहनत और अनुशासन से यह साबित कर दिया कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं।


शिक्षा से लेकर सेना तक का सफर

सृष्टि सिंह, पिता सुनील सिंह और माता सुधा सिंह की पुत्री हैं। बचपन से ही पढ़ाई में होनहार रहीं सृष्टि ने प्रारंभिक शिक्षा गांव और आसपास के विद्यालयों से पूरी की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) से बी.टेक की पढ़ाई पूरी की। तकनीकी क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए उन्होंने यह ठाना कि वे देश की सेवा केवल कॉर्पोरेट नौकरी में नहीं बल्कि भारतीय सेना जैसी अनुशासित और गौरवपूर्ण सेवा में करेंगी।


बी.टेक के बाद उन्होंने कठिन प्रतिस्पर्धी परीक्षा संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा (CDS) पास की। देशभर से लाखों छात्र-छात्राएं इस परीक्षा में शामिल होते हैं, जिनमें से चुनिंदा अभ्यर्थियों का ही चयन होता है। सृष्टि का नाम उनमें शामिल होना उनके परिश्रम और दृढ़ संकल्प का परिणाम है।



OTA चेन्नई में कठिन प्रशिक्षण

चयन के बाद सृष्टि को ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) चेन्नई भेजा गया। यह वह जगह है जहां युवाओं को एक कुशल और अनुशासित अधिकारी बनने के लिए कठोर प्रशिक्षण दिया जाता है। कई महीनों तक उन्होंने परेड, हथियारों का ज्ञान, युद्धकला, शारीरिक व मानसिक मजबूती जैसे तमाम परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे किए।


कल दिनांक 6 सितम्बर 2025 को वह पास आउट होकर औपचारिक रूप से भारतीय सेना का हिस्सा बन गईं। इस समारोह में उनके नाम की घोषणा लेफ्टिनेंट के रूप में हुई और अब उन्हें पहली पोस्टिंग अमृतसर की आर्टिलरी रेजिमेंट में मिली है।




परिवार की खुशी और गर्व

सृष्टि सिंह के पिता सुनील सिंह ने बेटी की उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि —

"आज हमारी बेटी ने पूरे गांव और जनपद का नाम रोशन किया है। हमें इस बात की खुशी है कि उसने देश की सेवा का मार्ग चुना। यह केवल हमारे परिवार ही नहीं बल्कि पूरे देवरिया जिले के लिए सम्मान की बात है।"



माता सुधा सिंह की आंखों में खुशी के आंसू थे। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ने बचपन से ही मेहनत और लगन से पढ़ाई की और अब देश की रक्षा के लिए खड़ी होगी, यह सोचकर उनका सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है।


भाई भी ले रहे सैन्य प्रशिक्षण

इस परिवार की यह विशेषता है कि केवल बेटी ही नहीं, बेटा भी देश सेवा के लिए समर्पित है। सृष्टि सिंह का भाई अनुभव सिंह भी राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से चयनित होकर वर्तमान में OTA सिकंदराबाद में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। आने वाले वर्ष 2026 में अनुभव भी पास आउट होकर भारतीय सेना का हिस्सा बनेगा।

इस तरह, एक ही परिवार के दो सदस्य भारतीय सेना में शामिल होकर देश की सुरक्षा में योगदान देंगे। यह किसी भी परिवार के लिए गौरव का क्षण है।



लार क्षेत्र में हर्ष का माहौल

सृष्टि सिंह के लेफ्टिनेंट बनने की खबर पूरे गांव और क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग घर-घर जाकर उनके परिजनों को बधाई दे रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह उपलब्धि आज की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है।

गांव के बुजुर्गों ने कहा कि बेटियों ने हर क्षेत्र में अपनी मेहनत से यह साबित कर दिया है कि वे किसी से कम नहीं। सृष्टि की यह उपलब्धि उन तमाम परिवारों के लिए प्रेरणा है, जो सोचते हैं कि बेटियां केवल पढ़ाई या नौकरी तक सीमित हैं।


 प्रेरणा का स्रोत

सृष्टि सिंह की कहानी उन युवाओं के लिए मार्गदर्शन है जो भारतीय सेना में जाना चाहते हैं। उन्होंने दिखा दिया कि यदि लक्ष्य स्पष्ट हो और मन में देश सेवा की भावना हो, तो किसी भी कठिन परीक्षा और प्रशिक्षण को पास किया जा सकता है।

बी.टेक जैसी तकनीकी पढ़ाई करने के बाद भी सृष्टि ने भारतीय सेना का रास्ता चुना। उनका कहना है कि —


"भारत माता की सेवा से बड़ा कोई कर्तव्य नहीं। जीवन का उद्देश्य तभी सफल है जब हम देश की रक्षा और उसकी सेवा के लिए समर्पित हों।"


देवरिया की बेटी सृष्टि सिंह का भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनना और उनके भाई अनुभव सिंह का भी सैन्य प्रशिक्षण लेना, पूरे परिवार के साथ-साथ जनपद के लिए गर्व की बात है। यह उपलब्धि इस बात का प्रतीक है कि यदि लगन और हिम्मत हो तो कोई भी सपना असंभव नहीं।

आज सृष्टि और अनुभव न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे देश के युवाओं के लिए प्रेरणा बन गए हैं।