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UP NEWS: बरेली हिंसा की साजिश का खुलासा: “मुस्लिमों को ताकत दिखानी है, चाहे पुलिसवालों की हत्या करनी पड़ी…” — FIR में तौकीर रजा पर गंभीर आरोप

बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। दर्ज एफआईआर में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान को मुख्य आरोपी (Accused No. 1) बनाया गया है। पुलिस का आरोप है कि तौकीर रजा ने साजिश के तहत भीड़ को उकसाया, जिसके बाद हिंसक बवाल हुआ, पुलिस पर फायरिंग और पेट्रोल बम से हमला किया गया।


FIR में बड़ा दावा — “मौलाना ने कहा था, मुस्लिमों को ताकत दिखानी है…”

एफआईआर में बरेली पुलिस ने लिखा है कि जुमे की नमाज के बाद अचानक बड़ी संख्या में लोग जमा हुए। इस दौरान कुछ लोग नारेबाजी करते हुए कह रहे थे कि —

“मौलाना तौकीर रजा ने कहा है कि आज शहर का माहौल बिगाड़ना है, चाहे पुलिसवालों की हत्या ही क्यों न करनी पड़े, मुस्लिमों को अपनी ताकत दिखानी है।”

पुलिस का कहना है कि इसी उकसावे के बाद भीड़ ने सरकार विरोधी और धार्मिक नारे लगाए, जिसके चलते हिंसा भड़क गई।


‘आई लव मोहम्मद’ प्रदर्शन के बहाने साजिश की तैयारी

रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार को ‘I Love Muhammad’ अभियान के नाम पर प्रदर्शन का आयोजन किया गया था। लेकिन पुलिस का कहना है कि यह प्रदर्शन पहले से साजिश के तहत योजना बनाकर किया गया।

  • अलग-अलग जिलों से भीड़ को बुलाया गया।
  • प्रदर्शन में अपराधी तत्वों को भी शामिल किया गया।
  • भीड़ में हथियारबंद लोग मौजूद थे।

एफआईआर के अनुसार, प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने नारे लगाए —

“गुस्ताख-ए-नबी की एक सजा, सर तन से जुदा।”
इन नारों से माहौल और अधिक भड़क गया तथा पुलिस को हालात काबू में लाने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा।

 

पुलिस पर फायरिंग, पेट्रोल बम और धारदार हथियारों से हमला

पुलिस ने बताया कि इस दौरान भीड़ ने कई पुलिसकर्मियों पर हमला किया।

  • अवैध हथियारों से फायरिंग की गई।
  • पेट्रोल बम और कांच की बोतलों से हमला हुआ।
  • पुलिस कर्मियों के डंडे छीने गए, बैज नोचे गए।
  • कई पुलिसकर्मी घायल हुए।

घटना के बाद बरेली के कई इलाकों में तनाव फैल गया। प्रशासन ने तत्काल इंटरनेट सेवा बंद कर दी और इलाके में धारा 144 लागू की गई।


अब तक की कार्रवाई — 10 FIR, 49 गिरफ्तार, 2500 अज्ञात आरोपी

बरेली पुलिस ने अब तक 10 एफआईआर दर्ज की हैं —

  • 5 कोतवाली थाने में
  • 2 बरादरी थाने में
  • 1 प्रेमनगर में
  • 1 कैंट थाने में

इनमें कुल 180 नामजद आरोपी और लगभग 2500 अज्ञात लोग शामिल हैं।
अब तक पुलिस ने 49 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और दर्जनों पर गैंगस्टर एक्ट तथा NSA (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई की तैयारी चल रही है।



मौलाना तौकीर रजा आरोपी नंबर-1

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मौलाना तौकीर रजा खान और उनके करीबी सहयोगी नदीम, अजहर, फैजान, और रईस अहमद समेत कई लोगों को मुख्य रूप से साजिश का जिम्मेदार बताया गया है।
एफआईआर में कहा गया है कि —

“इन लोगों ने सोच-समझकर, पूर्व नियोजित तरीके से, धार्मिक भावनाओं को भड़काकर हिंसा की साजिश रची और उसे अमल में लाया।”

मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।


इंटरनेट और मोबाइल सेवा पर रोक, अब धीरे-धीरे बहाली

बरेली में हिंसा के बाद मोबाइल इंटरनेट सेवा पूरी तरह बंद कर दी गई थी। शनिवार दोपहर से वाई-फाई और एसएमएस सेवा शुरू कर दी गई, जबकि मोबाइल इंटरनेट को आंशिक रूप से चालू करने की तैयारी है। शहर के संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल, पीएसी और RAF की तैनाती की गई है।



प्रशासन सख्त — अपराधियों पर गैंगस्टर एक्ट और संपत्ति जब्ती की तैयारी

एसएसपी बरेली ने कहा कि —

“किसी भी हाल में कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी उपद्रव में शामिल पाया जाएगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। उनकी संपत्ति कुर्क कर नुकसान की भरपाई की जाएगी।”

पुलिस ने अब तक 250 CCTV फुटेज, सोशल मीडिया वीडियो, और ड्रोन कैमरा रिकॉर्डिंग्स को सबूत के तौर पर जब्त किया है।


राजनीतिक प्रतिक्रिया

तौकीर रजा की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने पुलिस कार्रवाई को “पक्षपातपूर्ण” बताया, जबकि प्रशासन ने इसे “कानून के मुताबिक कार्रवाई” कहा है।
वहीं, कई हिंदू संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि इस पूरे मामले की जांच ATS या NIA से कराई जाए, क्योंकि यह “संगठित साजिश” का मामला हो सकता है।


पुलिस की सख्त चेतावनी

बरेली एसएसपी के अनुसार —

“कानून से ऊपर कोई नहीं है। जिन्होंने हिंसा की, चाहे उनका सामाजिक या धार्मिक पद कितना भी ऊँचा क्यों न हो, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।”


बरेली में जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा ने पूरे प्रदेश को हिला दिया है। पुलिस की FIR में मौलाना तौकीर रजा खान को मुख्य साजिशकर्ता बताया गया है। FIR में दर्ज बयान बेहद गंभीर हैं, जिनमें “पुलिस की हत्या” तक के उकसावे के आरोप शामिल हैं। फिलहाल जांच जारी है और अदालत में साक्ष्य पेश होने के बाद ही इस पूरे प्रकरण की सच्चाई स्पष्ट हो पाएगी।